सोलर पैनल लगाने से पहले जानें ये 5 ज़रूरी बातें

आज के समय में जब बिजली की लागत लगातार बढ़ती जा रही है और पर्यावरण संकट गहराता जा रहा है, सोलर पैनल लगाना एक समझदारी भरा और फायदेमंद कदम बन चुका है। लेकिन सोलर पैनल लगाने से पहले कुछ ज़रूरी बातों को जानना बेहद आवश्यक है, ताकि आप सही निर्णय ले सकें और अपने निवेश का पूरा लाभ उठा सकें। आइए जानते हैं सोलर पैनल लगाने से पहले की 5 ज़रूरी बातें:

1. आपकी बिजली की खपत कितनी है?
सोलर पैनल लगाने से पहले सबसे पहला कदम होता है यह समझना कि आपके घर या ऑफिस में हर महीने कितनी यूनिट बिजली की खपत होती है। इससे यह तय करना आसान हो जाता है कि कितने किलोवाट (kW) की सोलर सिस्टम आपको चाहिए। अगर आपकी खपत ज़्यादा है, तो एक बड़ा सोलर सेटअप आवश्यक होगा। इसलिए, अपने पुराने बिजली बिलों की मदद से औसत मासिक खपत का हिसाब ज़रूर लगाएं।

2. आपके छत की स्थिति कैसी है?
सोलर पैनल को प्रभावी रूप से काम करने के लिए साफ़, छायारहित और दक्षिण दिशा की ओर झुकी हुई छत सबसे उपयुक्त मानी जाती है। अगर आपकी छत पर पेड़ या आस-पास की इमारतों की छाया पड़ती है, तो पैनल की कार्यक्षमता कम हो सकती है। इसके अलावा, छत की मज़बूती और जगह भी ज़रूरी है, क्योंकि पैनल और स्ट्रक्चर को टिकाऊ आधार की जरूरत होती है।

3. सोलर पैनल का प्रकार और गुणवत्ता
बाजार में दो प्रमुख प्रकार के सोलर पैनल मिलते हैं – मोनोक्रिस्टलाइन और पॉलीक्रिस्टलाइन। मोनो पैनल अधिक एफिशिएंसी वाले होते हैं और कम जगह में ज्यादा बिजली बना सकते हैं, लेकिन थोड़े महंगे होते हैं। वहीं पॉली पैनल थोड़े सस्ते होते हैं लेकिन उनके लिए थोड़ी अधिक जगह की ज़रूरत होती है। साथ ही, अच्छी ब्रांड और BIS/IEC प्रमाणित पैनलों को ही चुनना समझदारी होती है।

4. सरकारी सब्सिडी और अप्रूवल्स
भारत सरकार सोलर पैनल पर सब्सिडी देती है, जिससे सोलर सिस्टम की लागत काफी हद तक कम हो जाती है। यह सब्सिडी मुख्य रूप से ग्रिड कनेक्टेड सोलर सिस्टम पर मिलती है। इसके लिए आपको DISCOM (बिजली वितरण कंपनी) के पोर्टल पर आवेदन करना पड़ता है। सब्सिडी पाने के लिए MNRE (नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय) से अप्रूव्ड वेंडर से सिस्टम लगवाना जरूरी है।

5. रखरखाव और वारंटी की जानकारी लें
सोलर पैनल की लाइफ आमतौर पर 25 साल तक होती है, लेकिन बैटरी और इन्वर्टर की लाइफ इससे कम होती है। इसलिए वारंटी और मेंटेनेंस की जानकारी पहले से ले लेना ज़रूरी होता है। कुछ कंपनियाँ AMC (Annual Maintenance Contract) भी देती हैं, जिससे पैनल की सफाई और छोटी-मोटी मरम्मत का काम समय पर होता रहता है।

निष्कर्ष:
सोलर पैनल लगाना एक दीर्घकालिक निवेश है, जिससे न केवल बिजली बिल में कमी आती है, बल्कि पर्यावरण को भी फायदा होता है। लेकिन इसे लगाने से पहले ऊपर बताई गई बातों पर ध्यान देना जरूरी है ताकि आप बिना किसी परेशानी के इसका पूरा लाभ उठा सकें।

अगर आप सोलर सिस्टम लगवाने की सोच रहे हैं, तो पहले सही जानकारी लेकर, अनुभवी इंस्टॉलर से सलाह लेकर और सब्सिडी की प्रक्रिया को समझकर ही आगे बढ़ें। इससे आप पैसों की भी बचत करेंगे और लंबे समय तक बिना चिंता के सोलर एनर्जी का लाभ उठा पाएंगे।

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